चाँदी की फैक्ट्री में जहरीली गैस रिसाव से २ की मौत
बायलर में केमिकल रिएक्शन की वजह से जहरीली बनी गैस
चाँदी की फैक्ट्री में जहरीली गैस रिसाव से २ की मौत
आगरा। सराफा बाजार नमक की मंडी के महल काम्प्लैक्स में चांदी सफाई के प्लांट में जहरीली गैस बन गई। इससे दो कारीगरों की मौत हो गई। जबकि प्लांट संचालक के बेटे की हालत बिगड़ गईं। घटना से बाजार में अफरातफरी मच गई। दुकानदार दुकानें छोड़कर भाग खड़े हुए। सुचना पर पुलिस पहुंची। दोनों कारीगरों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
पुलिस का कहना है कि बायलर में केमिकल रिएक्शन की वजह से जहरीली गैस बन गई है। हादसा शाम तकरीबन 7 बजे हुआ। जयपुर हाउस निवासी मुरारीलाल वर्मा का महल कंप्लैक्स में तीसरी मंजिल पर चांदी सफाई का प्लांट है। प्लांट के बगल में ही ऑफिस है। कारीगर बरौली अहीर निवासी रवि (38) और सेवला निवासी आकाश (42) काम कर रहे थे। ऑफिस में मुरारीलाल और उनका बेटा अजय बैठे हुए थे। एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि प्लांट में चांदी की सफाई के लिए कई केमिकल का प्रयोग होता है। कारखाने में कारीगर बायलर में केमिकल का मिश्रण कर रहे थे। इसी दौरान तेज गैस बनने लगीं। इससे कारीगरों की हालत बिगड़ गई। बह बाहर को तरफ भागें। मगर, मार्केट की गैलरी में गिर गए। आवाज सुनकर अजय भी पहुंच गए। उनकी भी हालत बिगड़ गई। तीनों को गिरता देखकर लोग आए बाद में मुरारीलाल पहुंचे। वह बेटे को उठाकर लें गए। गैस की वजह से आसपास के दुकानदार भी कारीगरों के पास जाने की हिम्मत नहीं कर सके। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। मगर तब तक कारीगरों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शवों को पोस्टरमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने प्लांट में जांच की। बायलर के साथ ही केमिकल की कट्टियां मिलीं। इनको कब्जे में लिया गया है। इनकी जांच की जा रही है। यह पता किया जा रहा है कि कोन सा केमिकल प्रयुक्त किया जा रहा था।
गर्भवती महिला सिपाही के पेट में मारी लात, विरोध पर की गंदी हरकतें, सिपाही पति को भी पीटा
आगरा। पुलिस भर्ती परीक्षा से ड्यूटी करके पति के साथ वापस घर जा रही गर्भवती महिला सिपाही को दुकानदार और कर्मचारियों ने पीटा।
छेड़छाड़ की और गले से मंगलसूत्र छीन लिया। पत्नी को बचाने आए सिपाही पति से भी दबंगों ने मारपीट की। पुलिस आयुक्त के आदेश पर ताजगंज थाना में अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
खंदौली थाने में तैनात महिला सिपाही की पुलिस भर्ती परीक्षा में ड्यूटी थी। पति भी पुलिस में है। महिला सिपाही ने बताया को 17 फरवरी को सुबह 6बजे से एक परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी लगी थी। पति उस दिन छुट्टी पर थे। गर्भवती होने के वजह से पति कार से परीक्षा केंद्र पर छोड़ने गए
थे। वहां से शाम को घर बापस आते स्रमय फतेहाबाद रोड पर एक पेठे की दुकान पर सामान खरीदने के लिए रुके। पति दुकान पर सामान लेने चले गए। इस दौरान बगल की दुकान पर खड़ा युवक गाली देने लगा। उन्होंने इसका विरोध किया। इस बात पर आसपास के अन्य दुकानदार भी मौके पर आ गए। सबने मिलकर महिला सिपाही को पीटा। उनमें से एक युवक ने महिला सिपाही के सिर पर डंडा और पेट में लात मार दी। इससे बह मदद के लिए चिल्लाने लगी। इस पर पति दौड़कर आया और बीच बचाव करने लगा। मगर दुकानदारों ने उसको भी जमकर पीटा। महिला सिपाही का आरोप है कि इस दौरान युवकों ने छेड़छाड़ भी की | मारपीट के दौरान गले से मंगलसूत्र भी छीन लिया।
सैंया में मिला अधजला शव :सरसों के खेत में बोरियों से लपेट कर जलाया, हत्या कर पहचान छिपाने का प्रयास
आगरा। थाना सैंया में खेत में युवक का अधजला शब मिला है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई है। शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है
हत्या के बाद शव को खेत में जलाया गया है। थाना सैंया अंतर्गत बाईपास पर कटटी पुल के पास सरसो के खेत में दोपहर में लोगों ने अधजला शव देखा। शव की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। माना जा रहा है कि युवक की हत्या कर यहां पर लाया गया है। यहां पर जूट की बोरियों से ढक कर पहचान छिपाने के लिए जलाया गया। शब पूरी तरह से जल गया है। इस कारण शिनाख्त नहीं हो पा रही है। पुलिस ने फारेंसिक टीम को मौके पर बुलाया है। मौके पर साक्ष्य संकलन किए जा रहे हैं। आशंका है कि देर रात को शव को लाया गया है। पुलिस आसपास के लोगों से जानकारी कर रही है।
कोटक महिंद्रा बैंक संजय प्लेस में लोन में घोटाला, पीड़ित ने कोर्ट में लगाया प्रार्थनापन्न
आगरा। कोटक महिंद्रा बैंक संजय प्लेस के प्रबंधक, होम लोन मैनेजर व अन्य बैंककर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापन्न प्रस्तुत किया गया है। सीजेएम सुधा यादव ने सुनवाई के लिए 22 फरवरी की तारीख नियत कर दी।
शाहगंज निवासी राजीब शर्मा ने अधिवक्ता एके मंगल के माध्यम से आरोप लगाया है कि उन्होंने कोटक महिंद्रा बैंक संजय प्लेस में अपनी पत्नी शीतल शर्मा के नाम पर लोन लेने के लिए आवेदन किया था। 8.50 लाख रुपये का लोन स्वीकृत हुआ। आरोप है कि बैंक प्रबंधक और अन्य कर्मचारियों ने 28 फरवरी 2022 को धोखाधड़ी कर लोन स्वीकृति पत्र पर पत्नी के फर्जी हस्ताक्षर कर लिए। मार्च 2022 को ड्राफ्ट बनाकर बैंक मैनेजर ने अपने पास रख लिया। 2 अप्रैल 2022 को ड्राफ्ट दिया। 20 नवंबर 2023 को बैंक में फाइल देखने पर उन्हें ये जानकारी हुई।
शिकावत पर बैंक प्रबंधक ने अभद्गता कर बैंक से बाहर निकाल दिया।