पुलिस भर्ती परीक्षा देने के लिए बताई अपनी कम उम्र, दुबारा पास की हाई स्कूल इंटरमीडिएट की परीक्षा
पेपर लीक व बेरोजगारी बना रही युवाओ को अपराधी
Agra Voice, 19 फरवरी | पुलिस भर्ती परीक्षा में उम्र अधिक होने के कारण आवेदन नहीं कर पाने पर एक युवक ने नया तरीका निकाला। हाईस्कूल-इंटरमीडिएट की परीक्षा दोबारा पास की। इसमें नाम बदलने के साथ उम्र भी घटा ली। आधारकार्ड पुराना था। रविवार को परीक्षा देने फर्जी आधार कार्ड बनाकर पहुंच गया। मगर, जांच में पकड़ लिया गया। पुलिस के सामने फजीर्वाड़े की वजह बत्ताई तो पुलिस भी चौंक गई। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
थाना एत्माद्दौला के एसएसआई अमित कुमार ने बताया कि फाउंड्री नगर स्थित श्री पाश्वनार्थ दिगंबर जैन इंटर कॉलेज की द्वितीय पाली में खंदौली के गांव पैंतीखेड़ा निवासी संदीप कुमार को पकड़ा गया। परीक्षा में बैठने के लिए उसने अपना आधार कार्ड दिखाया था। जांच में आधार कार्ड फर्जी निकला। पूछताछ में उसने बताया कि उसका असली नाम जितेंद्र जुरैल है। वह पुलिस में भर्ती होना चाहता है। मगर, उम्र निकल गई थ्री। एक परिचित ने बताया कि अगर भर्ती होना है तो दोबारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा दे दो। परीक्षा फॉर्म में उम्र बदल सकती है। वह तैयार हो गया। उसने अपना नाम जितेंद्र की जगह संदीप कर लिया। उम्र कम करने के बाद फॉर्म भर दिया। वह वर्ष 2018 में हाईस्कूल के बाद 2020 में इंटरमीडिएट में पास हो गया। इस बार पुलिस भर्ती का फॉर्म भरा। आधार कार्ड पुराना ही था। इसमें नाम और उम्र बदलना आसान नहीं था। इस पर उसने फर्जी आधार कार्ड तैयार किया। वह उसे ही लेकर आया था। मगर, पुलिस ने पकड़ लिया। अब पुलिस उसके दस्तावेजों की जांच करेगी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में लगाए गए दस्तावेजों के बारे में भी पता क्रिया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा दावा किया गया है| पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्षअमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेज कर उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा के संभावित पेपर लीक की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के पेपर लीक होने के संबंध में सोशल मीडिया पर लगातार अत्यंत गंभीर तथ्य आ रहे हैं। इसी क्रम में उन्हें आज तीन टेलीग्राम चैनल के लिंक प्राप्त हुए। जिसमें 17 फरवरी को 01.32 बजे दिन में ही तीन से पांच बजे की द्वितीय पाली के जनरल स्टडी के 38 उत्तर भेज दिए गए। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्होंने इन उत्तर का द्वितीय पाली के कथित प्रश्न पत्र से मिलान किया तो इसमें नई दिल्ली, गृह मंत्रालय, भारत रत्र, 26 नवम्बर, दही, मुंशी प्रेमचंद, मिश्रित अर्थव्यवस्था,डीजीलाकर, सर, मथुरा, तेलंगाना, नीलिगिरी श्रृंखला, नन्दलाल बोस, चन्द्रगुप्त, नरेन्द्र मोदी, फ्रांस, ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, महाराष्ट्र, मिशन शक्ति सहित 9 प्रश्नों के उत्तर उस कथित प्रश्नपत्र के पाए गए। उन्होंने इसे गंभीर प्रकरण बताते हुए इन तथ्यों की उच्चस्तरीय और पारदर्शी जांच करा कर एफआईआर तथा परीक्षा निरस्त किए जाने पर विचार किए जाने की मांग की है
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संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि से आगरा में शोक की लहर
Agra Voice, 19 फरवरी | जैन धर्म के वर्तमान के महावीर स्वामी संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि की खबर से समूचे आगरा सकल जैन समाज में शोक की लहर दौड़ गई है| आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने देर रात ढाई बजे छत्तीसगढ़ के डोंगरागढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में तीन दिन उपवास के बाद बीत रात ढाई बजे देह त्यागी। जैन मुनि विद्यासागर जी महाराज को जैन समाज का सबसे बड़ा जैन मुनि माना जाता है। आगरा सकल दिगम्बर जैन समाज के प्रदीप कुमार जैन पीएनसी एवं मनोज जैन बाकलीवाल जी का कहना है कि आज संपूर्ण जैन समाज व जैनोत्तर समाज के लिए बड़ा शोक का दिन है। परम पूज्य युगश्रेष्ठ दिगंबराचार्य जन-जन के गुरुवर विद्यासागर जी महाराज की समाधि संलेखना की खबर बहुत बेदनीग है। जैन धर्म की कभी न पूर्ण होने वाली वह इति है। मीडिया प्रभारी शुभम जैन ने बताया कि 10 अक्टूबर 1946 को कर्नाटक के बेल्लूरु जिला के चंद्रलगा गांव में उनका जन्म हुआ था। पिता मलप्पा और मां का नाम श्रीमंती था, उन्हें अजमेर में दीक्षा आचार्यश्री ज्ञानसागर जी महाराज द्वारा दी गई थी। आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने चार दशक पूर्व फिरोजाबाद में चातुर्मास किया था। इस दौरान वह आगरा होकर गुजरे तो लाखों भक्त उनके साथ गए थे। आगरा में उनके लाखों की संख्या में अनुयाई है।
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एसएन में भिड़े हृदय और हड्डी रोग के दो डॉक्टर
Agra Voice, 19 फरवरी | एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य में हृदय रोग और हड्डी रोग के दो चिकित्सक भिड़ गए। घंटेभर तक दोनों में गहमागहमी [हुईं। डंडा लेकर दौड़ाने पर अधिकारियों ने स्थिति संभाली और मामला शांत कराया। अभद्गता सेबखिनन हृदय रोग विशेषज्ञ के इस्तीफा देने की चर्चा रहीं। मामला दो दिन पहले का है| हड्डी रोग विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक ने हृदय रोग के चिकित्सक को एक परिचित मरीज देखने के लिए कहा था | उनका आरोप था कि कहने के बावजूद भी हृदय रोग विशेषज्ञ ने मरीज को नहीं देखा। उनको प्राचार्य कार्यालय बुलाया गया। यहां पर हृदय रोग विशेषज्ञ ने कहा कि उन्होंने मरीज को दिखा है, संबंधित मरीज ने न देखे जाने की गलत जानकारी दी है। इस पर बात बढ़ गई और विवाद होने लगा। अचानक वरिष्ठ चिकित्सक ने गार्ड का डंडा छीनकर मारने के लिए दौड़ाया लेकिन इससे पहले अधिकारी और अन्य चिकित्सकों ने उन्हें रोक लिया। घंटे भर तक विवाद चला। वरिष्ठ की अभद्गता से व्यधित के इस्तीफा देने की भी चर्चा है और वे छुट्टी पर भी चले गए हैं। प्राचार्य डॉ.प्रशांत गुप्ता का कहना है कि गलतफहमी से दो चिकित्सकों में विवाद हो गया था। दोनों को शांत करा दिया है। चिकित्सक निजी वजहों से छुट्टी पर हैं।