मोतीलाल नेहरू रोड स्थित श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मदिर में हुई महाअर्चना
Maha Archana took place at Shri Neminath Digambar Jain Temple located on Motilal Nehru Road
पीर कल्याणी नसिया जी में आयोजित हुई श्री भक्तमर दीप महाअर्चना
Maha Archana took place at Shri Neminath Digambar Jain Temple located on Motilal Nehru Road
आगरा। 12 जनवरी को आगरा के मोतीलाल नेहरू रोड स्थित श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मदिर अतिशय क्षेत्र पीर कल्याणी नसिया जी में गणिनी आर्यिका श्री आर्षमति माताजी ससंघ के मंगल सानिध्य एवं आगरा दिगंबर जैन परिषद के तत्वावधान में श्री 1008 भक्तामर दीप महाअर्चना का आयोजन बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ किया गया|
भक्तों ने महाअर्चना का शुभारंभ सर्वप्रथम सौभाग्यशाली भक्तों ने मूलनयाक भगवान नेमिनाथ एवं सभी प्रतिमाओं का जिन अभिषेक एवं वृहद शांतिधारा के साथ किया गया| इसके बाद भक्तों ने गुरुमां के सानिध्य एवं विधानाचार्य सौरभ जैन शास्त्री के कुशल निर्देशन में 48 काव्यों का वाचनकर 48 परिवारों द्वारा 48 मांडले पर 48 दीपक अर्पित कर श्री भक्तमर दीप महाअर्चना की मांगलिक क्रियाएं संपन्न की| महाअर्चना में मौजूद सभी भक्तों ने संगीतकार के मधुर भजनों पर श्रीजी के प्रति नृत्य किया|
इस दौरान देवनगर सकल जैन समाज ने गणिनी आर्यिकाश्री आर्षमति माताजी के समक्ष श्रीफल भेटंकर श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर देवनगर में मंगल प्रवास के लिए निवेदन किया| इस अवसर पर आयोजक कमेटी ने देवनगर से पधारे भक्तों का माला पहनकर स्वागत सम्मान किया|
महाअर्चना के समापन पर सभी 48 परिवारों द्वारा 48 दीपकों से संगीतमय श्रीजी की मंगल आरती की| इस अवसर पर आगरा दिगंबर जैन परिषद के महामंत्री सुनील जैन ठेकेदार, सुशील जैन,सतीशचन्द्र जैन,सुनील जैन काका,सुनील जैन,राजकुमार गुड्डू,अवनी जैन,मीडिया प्रभारी शुभम जैन,दीपा जैन,समस्त आगरा सकल जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए|
पीर कल्याणी नसिया जी में आयोजित हुई श्री भक्तमर दीप महाअर्चना
आगरा। 11 जनवरी को आगरा के मोतीलाल नेहरू रोड स्थित श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मदिर अतिशय क्षेत्र पीर कल्याणी नसिया जी में गणिनी आर्यिका श्री आर्षमति माताजी ससंघ के मंगल सानिध्य एवं आगरा दिगंबर जैन परिषद के तत्वावधान में श्री 1008 भक्तामर दीप महाअर्चना का आयोजन बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ किया गया| भक्तों ने महाअर्चना का शुभारंभ सर्वप्रथम सौभाग्यशाली भक्तों ने मूलनयाक भगवान नेमिनाथ एवं सभी प्रतिमाओं का जिन अभिषेक एवं वृहद शांतिधारा के साथ किया गया| इसके बाद भक्तों ने गुरुमां के सानिध्य एवं विधानाचार्य सौरभ जैन शास्त्री के कुशल निर्देशन में 48 काव्यों का वाचनकर 48 परिवारों द्वारा 48 मांडले पर 48 दीपक अर्पित कर श्री भक्तमर दीप महाअर्चना की मांगलिक क्रियाएं संपन्न की| महाअर्चना में मौजूद सभी भक्तों ने संगीतकार के मधुर भजनों पर श्रीजी के प्रति नृत्य किया| इस दौरान देवनगर सकल जैन समाज ने गणिनी आर्यिकाश्री आर्षमति माताजी के समक्ष श्रीफल भेटंकर श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर देवनगर में मंगल प्रवास के लिए निवेदन किया| इस अवसर पर आयोजक कमेटी ने देवनगर से पधारे भक्तों का माला पहनकर स्वागत सम्मान किया| महाअर्चना के समापन पर सभी 48 परिवारों द्वारा 48 दीपकों से संगीतमय श्रीजी की मंगल आरती की| इस अवसर पर आगरा दिगंबर जैन परिषद के महामंत्री सुनील जैन ठेकेदार, सुशील जैन,सतीशचन्द्र जैन,सुनील जैन काका,सुनील जैन,राजकुमार गुड्डू,अवनी जैन,मीडिया प्रभारी शुभम जैन,दीपा जैन,समस्त आगरा सकल जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए|
अंतरराष्ट्रीय लोकोदय तीर्थक्षेत्र की भूमि पर पहली बार संपन्न हुआ भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह
आगरा। 07 जनवरीआगरा-मथुरा नेशनल हाईवे स्थित अन्तर्राष्ट्रीय लोकोदय तीर्थक्षेत्र की भूमि पर निर्यापक श्रमण मुनिपुंगवश्री सुधासागर जी महाराज एवं क्षुल्लक श्री गंभीरसागर जी महाराज ससंघ के मंगल सानिध्य में भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह का आयोजन किया गयाl कार्यक्रम का शुभारंभ संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्जवलन के साथ किया| साथ ही बाहर से पधारे गुरुभक्तों ने मुनिश्री के चरणों का पाद प्रक्षालन किया| इस दौरान ग्वालियर, धौलपुर,सागर,अशोकनगर,ललितपुर, झांसी,एत्मादपुर टूंडला कानपुर, भोपाल की सकल जैन समाज ने मुनिसंघ के समक्ष श्रीफल भेंटकर मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया| कार्यक्रम के मध्य में अशोक नगर के श्री दिगंबर जैन युवा वर्ग और बालिका मण्डल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किया| इसके बाद चंदयान के माध्यम से मुनिपुंगवश्री की नवीन पिंछी पन्नालाल बैनाड़ा परिवार ने की और मुनि श्री की पुरानी पिंछी का सौभाग्य महेश छाबड़ा परिवार ने प्राप्त की l क्षुल्लकश्री गंभीर सागर जी महाराज की नवीन पिंछी देने का सौभाग्य मोहिताश जैन मंजू जैन महेश जैन सुधा जैन,संजीव जैन,परिवार बोदला सेक्टर 4 आगरा को प्राप्त हुआ एवं क्षुल्लकश्री की पुरानी पिंछी लेने का सौभाग्य दिनेश जैन एवं बबिता जैन परिवार वालों ने प्राप्त की l निर्यापक मुनिपुंगव श्री सुधासागर जी ने प्रवचन में कहा दिगंबर जैन साधु के पास तीन उपकरण के अलावा और कुछ भी नहीं होता। पिच्छिका, कमंडल और शास्त्र इन तीन उपकरणों के माध्यम से ही वे अपनी जीवन भर साधना करते रहते हैं, संयमोपकरण जिसे पिच्छिका कहते हैं, यह पिच्छिका मोर पंखों से निर्मित होती है, मोर स्वत: ही इन पंखों को वर्ष में तीन बार छोड़ते हैं उन्हीं छोड़े हुए पंखों को इकट्ठा करके श्रावकगण पिच्छिका का निर्माण करते हैं, पिच्छिका के माध्यम से मुनिराज अपने संयम का पालन करते हैं जब कहीं यह उठते हैं, बैठते हैं तब उस समय जमीन एवं शरीर का पिच्छिका के माध्यम से परिमार्जन कर लेते हैं, ताकि जो आंखों से दिखाई नहीं देते ऐसे जीवों का घात न हो सके। यह पिच्छिका उस समय भी उपयोग करते हैं जब शास्त्र या कमंडल को रखना या उठाना हो। जहां शास्त्र या कमंडल रखना हो वहां पर जमीन पर सूक्ष्म जीव रहते हैं जिन्हें हम आखों से नहीं देख सकते, तो पिच्छिका से उन जीवों का परिमार्जन कर दिया जाता है, ताकि उन्हें किसी प्रकार का कष्ट न पहुंचे। यह पिच्छिका इतनी मृदु होती है कि इसके पंख आंख के ऊपर स्पर्श किए जाएं तो वह आंखों में नहीं चुभते और जब इन पंखों में लगभग एक साल के भीतर यह मृदुता कम होने लगती है तो इस पिच्छिका को बदल लिया जाता है। इस कार्यक्रम को पिच्छिका परिवर्तन के नाम से जाना जाता है। इस कार्यक्रम का संचालन मनोज जैन और प्रदीप जैन शास्त्री ने कियाl देशभर के श्रद्धालुजन आये हैं l इस अवसर पर प्रदीप जैन पीएनसी, मनोज जैन बाकलीवाल,नीरज जैन जिनवाणी,निर्मल मोठ्या,पन्नालाल बैनाड़ा,हीरालाल बैनाड़ा,राजेश सेठी, अमित जैन बॉबी,पंकज जैन,अनिल जैन शास्त्री,रुपेश जैन,उत्तमचंद जैन, दिलीप जैन, के.के जैन,राजेश बैनाड़ा, पंकज जैन,विवेक बैनाड़ा,शैलेंद्र जैन,विजय धूर्र,अरुण जैन शास्त्री, प्रवीन जैन नेता जी,नरेश जैन,अनिल जैन,दीपक जैन चक्रेश जैन,मीडिया प्रभारी,शुभम जैन,राहुल जैन,उषा मोठ्या,उमा मोठ्या,ममता बाकलीवाल बीना बैनाड़ा,सोनल जैन समस्त आगरा सकल जैन समाज की शैलियों के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे|