सड़क पर घायल पड़ा था व्यापारी, लोग लूट रहे थे उसके वैग से रुपए

खोया व्यापारी धर्मेंद्र गुप्ता की सिकंदरा हादसे में मौत । लौट रहे थे मथुरा से तगादा करके

Jan 14, 2024 - 17:11
Jan 14, 2024 - 19:26
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सड़क पर घायल पड़ा था व्यापारी, लोग लूट रहे थे उसके वैग से रुपए

आगरा। सिकंदरा हाई-वे पर 9 जनवरी को बेकाबू ट्रक ने 20 वाहनों को रोक दिया था। इसमें तीन बाइक सवारों की मौत हो गई थी और 6 घायल हो गए थे । हादसे के बाद कुछ लोग घायलों को बचाने में जूटे थे तो कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। पहले भी मुर्गी लूट का वीडियो सामने आया था और अब इस हादसे में एक खोया व्यापारी की मौत के बाद एक और वीडियो वायरल हो रहा है इसमें व्यापारी के घायल अवस्था में पड़े हुए उसके बैग से 1.5 लाख रुपए सड़क पर बिखर गए थे। वहां मौजूद लोग व्यापारी को अस्पताल ले जाने के जगह उसके रुपए को लूटने में लगे थे। पुलिस के पास जमा करने के नाम पर रुपए लेकर भाग भी गए। साथ में उनके हिसाब किताब की डायरी भी ले गए। पीड़ित परिवार ने अब मदद की गुहार लगाई है 5 दिन पहले दिल्ली आगरा हाईवे पर सिकंदरा सब्जी मंडी के पास एक गाड़ी को टक्कर मारने के बाद बेकाबू ट्रक ने 20 गाड़ियों को रोदं दिया था । इसके बाद टैंकर चालक रुका नहीं और गुरुद्वारा पर बैरियर को भी तोड़ते हुए निकला और दीवार से जा कर टकरा गया । तब जाकर वह चालक पकड़ में आया ।

हादसे मारे गए बाइक सवार खोया व्यापारी मथुरा से समय शाम को तगादा करके लौट रहे थे मंगलवार की शाम करीब 6:00 बजे उनकी पुत्री ने उनको फोन किया और उन्होंने बताया कि वह फराह पर पहुंच गए हैं 1 घंटे में घर आ जाएंगे । घर वाले उनका इंतजार करने लगे 8:00 बजे जब वह घर पर नहीं आए तो बेटी ने दोबारा कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ जाने लगा। 9:00 तक वापस न आने पर घर वालों को चिंता हुई वह उन्हें तलाशने के लिए निकले । घर वाले उनको तलाशते हुए फरह तक पहुंच गए । यहां पर पुलिस से पूछा कि क्या कोई एक्सीडेंट तो नहीं हुआ पर पुलिस ने बताया कि सिकंदरा के हाईवे पर एक टैंकर ने कई लोगों को रोदं दिया है। इस पर वह हाईवे की तरफ भागे । थाने में आकर देखा तो धर्मेंद्र की बाइक पूरी तरह से टूटी पड़ी थी । पुलिस से बाइक के बारे में पूछा कि यह बाइक किसकी है और तब पुलिस ने बताया कि इस बाइक के मालिक घायल अवस्था में एस एन मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। तब परिजन एस एन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहां जाकर पता चला कि धर्मेंद्र की मौत हो गई।

भाई महेंद्र ने बताया कि धर्मेंद्र हर दिन करीब एक से डेढ़ लाख रुपए का तगादा करके लाते थे। उस दिन भी उनके पास करीब सवा लाख रुपए थे । उन्होंने पुलिस से बैग के बारे में पूछा लेकिन किसी को कोई जानकारी नहीं थी। इसके अलावा उनके हिसाब किताब की डायरी के बारे में पूछा, तो पुलिस उसके बारे में भी नहीं बता सकी।

भाई महेंद्र ने यह भी बताया कि शुक्रवार को उनके पास हादसे का एक वीडियो आया है इसमें दिख रहा है कि उनके भाई घायल अवस्था में पड़े हैं और उनके आसपास लोगों की भीड़ उनके वैग से रुपए बटोरते हुए दिख रहे हैं । और कुछ लोग बोल रहे हैं कि रुपए इकट्ठे कर लो और कुछ कह रहे हैं पुलिस को जमा कर दो। कुछ कह रहे हैं कि पुलिस को मत दो अपने पास रख लो । एक व्यक्ति कहता है कि इन रूपयो को सामने दुकान पर जमा कर दो। इसके बाद लोग रुपयो को वैग में भर्ते देख रहे हैं। मगर इसके बाद रुपए कहां गए किसी को नहीं पता। कौन रुपए लेकर चला गया इसका भी पता नहीं। पुलिस ने भी उनके पास रुपए न होने की बात कही ।

इस मामले में डीसीपी सूरज राय का कहना है कि हादसे के दिन एक चश्मदीद सामने आया है उसने उसे दिन रुपए होने की बात कही थी। पूछताछ में लोगों ने बताया कि एक ऑटो में वैग रख दिया था। वैग ऑटो वाला लेकर चला गया। अभी तक पुलिस के पास किसी ने रुपए जमा नहीं किए हैं

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